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India’s Smartphone Market Reaches Five-Year High in Q3 2025, Led by Premium Surge - gogi.in

Updated Nov 12, 2025

भारत में स्मार्टफोन बाजार ने तीसरे तिमाही में पांच वर्षों का उच्चतम स्तर प्राप्त किया

क्या कारण हैं इस वृद्धि के?

2025 की तीसरी तिमाही में भारत का स्मार्टफोन बाजार रिकॉर्ड स्तर पर पहुँच गया है। यह वृद्धि मुख्य रूप से प्रीमियम सेगमेंट में अचानक हुई वृद्धि के कारण हुई है। पिछले वर्षों की तुलना में इस बार बाजार में नए और उन्नत मॉडल्स की खपत में जबरदस्त इजाफा हुआ है।

इस रिपोर्ट के अनुसार, भारत में स्मार्टफोन की बिक्री वर्ष 2020 के बाद सबसे अधिक रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह विकास नवाचार, तकनीकी उन्नति और उपभोक्ताओं की रुचि में बदलाव का परिणाम है।

बाजार का प्रदर्शन और आंकड़े

  • इस तिमाही में भारत में स्मार्टफोनों की कुल बिक्री लगभग xx मिलियन यूनिट रही।
  • यह मात्रा पिछले वर्ष की तुलना में xx प्रतिशत अधिक है।
  • प्रीमियम स्मार्टफोनों की बिक्री में xx प्रतिशत की वृद्धि दर्ज हुई है।

बड़े ब्रांड्स ने इस अवधि में अपने नए उच्च-गुणवत्ता वाले मॉडलों का लॉन्च किया है, जिससे बाजार में प्रतिस्पर्धा और भी बढ़ गई है।

प्रीमियम स्मार्टफोन का बढ़ता प्रभाव

प्रिमियम सेगमेंट में फ्लैगशिप हार्डवेयर और उन्नत फीचर्स के साथ स्मार्टफोनों की मांग तेजी से बढ़ रही है। इन मॉडल्स की बिक्री ने कुल बाजार का बड़ा हिस्सा अपने कब्जे में कर लिया है।

उदाहरण के लिए, विस्तारित बैटरी लाइफ, बेहतर कैमरा क्षमताएं, और नवीनतम प्रोसेसर की उपलब्धता ने उपभोक्ताओं का ध्यान आकर्षित किया है। इससे इस वर्ग की बिक्री में काफी वृद्धि हुई है।

बाजार में प्रतिस्पर्धा और भविष्य की दिशा

मार्केट एनालिटिक्स का मानना है कि आने वाले वर्षों में भी प्रीमियम स्मार्टफोनों की मांग बढ़ती रहेगी। इसके साथ ही, कंपनियों नई तकनीकों और कीमत में प्रतिस्पर्धा के जरिए अपने उपभोक्ताओं को आकर्षित करने के प्रयास में हैं।

यह भी देखा गया है कि भारतीय ग्राहक अब अधिक अवसरवादी और तकनीकी रूप से जागरूक हो गए हैं, जिससे बाजार में नई जरूरतें और अवसर पैदा हो रहे हैं।

निष्कर्ष

तीसरी तिमाही में भारत का स्मार्टफोन बाजार पिछले पांच वर्षों का उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है। प्रीमियम स्मार्टफोनों की बिक्री में जोरदार वृद्धि एफआईपी और नई तकनीकों का परिणाम है। इस प्रवृत्ति के जारी रहने की संभावना है, जिससे बाजार में और भी अधिक व्यवहारिक बदलाव देखने को मिल सकते हैं।