Google is cracking down on Android apps that drain your battery - Android Central
गूगल ने बैटरी खपत करने वाले एंड्राइंड एप्स पर कार्रवाई शुरू की
एंड्राइड में बैटरी ड्रेन संबंधित कदम
गूगल ने स्पष्ट किया है कि अब वे उन एप्स के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रहे हैं जो अनावश्यक रूप से बैटरी की खपत कर रहे हैं। यह कदम मोबाइल उपयोगकर्ताओं को बेहतर अनुभव प्रदान करने के उद्देश्य से उठाया गया है।
इस नई पहल के तहत, गूगल ने एंड्राइड ऐप्स के लिए दिशानिर्देश और नियम मजबूत किए हैं। कंपनी का लक्ष्य है कि ऐप डेवलपर्स बैटरी संरक्षण को प्राथमिकता दें और अनावश्यक बैटरी उपयोग से बचें।
आधारभूत कदम और तकनीकी परीक्षण
गूगल ने बताया है कि वह पहले से ही Play Protect और स्वचालित विश्लेषण उपकरणों से ऐसे ऐप्स को पहचान रहा है। जो बैटरी का अत्यधिक उपयोग कर रहे हैं। इन ऐप्स को चिन्हित कर, गूगल उन पर कार्रवाई कर सकता है।
इसके अतिरिक्त, Google Play Store पर भी ऐप्स की समीक्षा प्रक्रिया सख्त की गई है। इससे यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि केवल उन ऐप्स को स्थान मिले जो बैटरी दक्षता का ध्यान रखते हैं।
डेवलपर्स के लिए आवश्यक निर्देश
- ऐप निर्माण में ऊर्जा संरक्षण के मानकों का पालन करें।
- बैटरी प्रयोग को कम करने के लिए बेहतर कोडिंग तकनीकों का प्रयोग करें।
- अत्यधिक बैटरी खर्च करने वाले फीचर्स को पहचानकर उन्हें अनावश्यक रूप से न प्रयोग करें।
- निर्मित एप्लिकेशन को अपडेट करते समय, बैटरी दक्षता को प्राथमिकता दें।
गूगल ने यह भी स्पष्ट किया है कि ऐप्स को बैटरी उपयोग का डेटा उपलब्ध कराना अनिवार्य है, ताकि वे पॉलिसियों का उल्लंघन कर रहे हैं या नहीं, इसकी जाँच हो सके।
उपयोगकर्ताओं के लिए सूचना
उपयोगकर्ता अपनी डिवाइस सेटिंग्स में जाकर बैटरी उपयोग विवरण देख सकते हैं। इससे पता लगाया जा सकता है कि कौन-कौन से ऐप्स सबसे अधिक बैटरी खपत कर रहे हैं।
यदि कोई ऐप अत्यधिक बैटरी खपत कर रहा है, तो उपयोगकर्ता उसे बंद कर सकता है या अनइंस्टॉल कर सकता है। यह बैटरी की दीर्घकालिक जीवन को बेहतर बनाने का एक बेहतर तरीका है।
अंतिम विचार
गूगल का यह कदम एंड्राइड उपयोगकर्ताओं के अनुभव को बेहतर बनाने और बैटरी की बचत में मदद करेगा। यह सुनिश्चित करेगा कि ऐप्स ऊर्जा का अनावश्यक नुकसान न करें।
अगले चरणों में गूगल का यह अभियान प्रभावी रूप से चलता रहेगा, और यह अपेक्षा की जा सकती है कि आने वाले दिनों में ऐप डेवलपर्स इस दिशा में बेहतर प्रयास करेंगे।