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FPJ मुंबई स्कूल सर्वेक्षण 2025: Excellence In Digital Learning & Technology डिजिटल शिक्षा में प्रगति

Updated Nov 17, 2025

FPJ मुंबई स्कूल सर्वेक्षण 2025: डिजिटल शिक्षा एवं प्रौद्योगिकी अपनाने में उत्कृष्टता

परिचय

फ्री प्रेस जर्नल द्वारा प्रकाशित मुंबई स्कूल सर्वेक्षण 2025 ने स्कूलों में डिजिटल शिक्षा एवं तकनीक के उपयोग की स्थिति का विश्लेषण किया है। इस सर्वेक्षण का उद्देश्य शिक्षण संस्थानों की प्रगति को समझना और सुधार के लिए दिशा दिखाना है। विभिन्न मानकों पर स्कूलों का मूल्यांकन किया गया है, जिनमें डिजिटल शिक्षण का स्तर प्रमुख है।

सर्वेक्षण की प्रक्रिया

यह सर्वेक्षण विस्तृत रूप से मुंबई के सरकारी व गैर-सरकारी स्कूलों में किया गया। इसमें विद्यालयों से संबंधित जानकारी ली गई, जिसमें तकनीकी संसाधनों का प्रयोग, शिक्षक प्रशिक्षण, विद्यार्थियों की पहुंच और शिक्षण का मानक शामिल हैं। डेटा संग्रह के दौरान छात्रों, शिक्षकों एवं प्रबंधन से सवाल पूछे गए।

डिजिटल शिक्षा में प्रगति

स्कूलों में डिजिटल शिक्षण के प्रयोग में वृद्धि देखी गई है। कुछ स्कूलों में स्मार्ट क्लासरूम, ई-लाइब्रेरी, तथा ऑनलाइन शिक्षण सामग्री का व्यापक प्रयोग किया जा रहा है। इससे विद्यार्थियों को आधुनिक शिक्षा के साथ जुड़ने का अवसर मिल रहा है।

प्रमुख निष्कर्ष

  • तकनीकी उपकरणों का इस्तेमाल करने वाले स्कूलों की संख्या में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है।
  • शिक्षकों द्वारा डिजिटल टूल्स का प्रशिक्षण प्राप्त करने का प्रतिशत बढ़ा है।
  • छात्रों के बीच डिजिटल शिक्षण की पहुंच में सुधार हुआ है, विशेष रूप से शहरी क्षेत्रों में।
  • कुछ स्कूलों में हाई-स्पीड इंटरनेट का अभाव अभी भी एक समस्या है।
  • गैर-सरकारी और निजी स्कूल डिजिटल शिक्षा में बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं।

सामना की गई चुनौतियां

अब भी कई स्कूलों में पर्याप्त तकनीकी संसाधन नहीं हैं। इंटरनेट कनेक्शन की समस्या और शिक्षक प्रशिक्षण की कमी मुख्य बाधाएं हैं। इन समस्याओं को दूर करने के लिए सरकार और प्रबंधन को कदम उठाने की जरूरत है।

आगे का रास्ता

सर्वेक्षण के अनुसार, डिजिटल शिक्षा को और मजबूत करने के लिए अतिरिक्त प्रयास किए जाने चाहिए। इनमें उपकरणों का विस्तार, शिक्षक अभिवृत्ति में सुधार और इंटरनेट सर्विस की गुणवत्ता में सुधार शामिल है। इससे स्कूलों में तकनीकी आधारभूत संरचना का व्यापक विकास संभव है।

निष्कर्ष

मुंबई के कई स्कूलों ने डिजिटल शिक्षण का सफल रूप से संचालन कर रहे हैं। इससे विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण और समयानुकूल शिक्षा प्राप्त हो रही है। निरंतर प्रयासों से शिक्षण व्यवस्था में सुधार संभव है, जिससे छात्रों का समग्र विकास हो सके।